6.Pawan Malhotra
हैलो दोस्तो फिल्म मिशन रानीगंज की कहानी शुरू होती है। ब्रिटिश इंडिया और कोल इंडिया कंपनी के इंटरोंडकसन से जिसमे शरद केलकर की भरी भरकम आवाज़ ने एक अलग ही छाप छोड़ि है।
मिशन रानीगंज फिल्म की कहानी:-
- मिशन रानीगंज की कहानी एक सच्ची घटना पर आधारित है जो कहानी है सरदार जसवंत सिंह गिल की सरदार जसवंत सिंह गिल की इस बहदुरी को देश और विदेश हर जगह सराहा गया और इसकी वजह से कई लोग उन्हे कैप्सूल गिल के नाम से भी जानने लगे जसवंत सिंह गिल को उनके बहदुरी और साहसिक कार्य के लिए राष्ट्रपति पुरष्कार सर्वोत्तम जीवन रक्षा पदक से सम्मानित किया गया
- इस फिल्म की कहानी मे मुख्य भूमिका मे है अक्षय कुमार जिंहोने सरदार जसवंत सिंह गिल का किरदार निभाया है और परिनीति चोपड़ा ने उनकी पत्नी का किरदार निभाया है।
- फिल्म की कहानी मे एक पुल पर जब जाम लगा होता है और अक्षय कुमार वंही से गुजर रहे होते है की जाम मे वो भी फस जाते है। और वंही पर कोल इंडिया की बचाव कार्य करने वाली गाड़ी भी फसी होती है। जंहा वे उससे कुछ बात करते है। और उन्हे पता चलता है। की जंहा पर कोयला निकालने का काम चल रहा था उस माइन मे धमाके की वजह से पानी भर गया है। और तकरीबन 70 मजदूर अंदर माइन मे फस गए है।
- जिसके बाद वे घर न जाकर के वापस माइन आ जाते है। और फिर वंहा पर ये मीटिंग होने लगती है। की उन मजदूरो को माइन से कैसे निकाला जाये जिसमे उनको अपने सहयोगीयो की वजह से अपने प्लान को जमीन पर लाने के लिए कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। लेकिन अंत मे वे अपने बनाये गए प्लान मे सक्सेस हो जाते है और उनको बड़े अधिकारियों से परमिसन मिल जाती है।
- फिल्म का फस्ट हाल्फ का सस्पेंस और थ्रिल से भरा हुआ है। जंहा पर आपको बहुत मज़ा आने वाला है। और आप कहानी से ऐसे जुडते है। की आपको अपनी कुर्सी से उठने का मन भी नहीं करेगा।
- और फिर कहानी आगे बढ़ती है और जसवंत सिंह गिल के किरदार मे अक्षय कुमार अपने कुछ दोस्तो के साथ मिलकर जमीन का सर्वे करते है और फिर खुदाई का काम होने लगता है। और नीचे फसे मजदूरो का पता चल जाता है। की वे नीचे जिंदा है और सही सलामत है। और इसी के साथ यह भी पता चलता है। की नीचे माइन मे कार्बोनडाइ-ऑक्साइड गैस फैल रही है। और उनके पास बहुत कम समय बचा है। मजदूरो को निकालने के लिए जिसके बाद वे और अपनी गति तेज़ कर देते है। काम मे
- मजदूरो को निकालने के लिए एक कैप्सूल का निर्माण करवाया जाता है। और जैसे जैसे काम आगे बढ़ता है। फिल्म देखने वालो की धड़कने भी बढ़ाने लगती है। और फिर कैप्सूल को अंदर भेजने के लिए क्रेन की जरूरत पड़ती है। लेकिन इनके पास क्रेन नहीं होती है और बाहर से क्रेन मंगवाना पड़ता है। तब तक हाथ से ही कैप्सूल को अंदर भेजने का काम होता है। और वंही पर एक क्रेन होती भी है। लेकिन वह उज्ज्वल से अपना बदला लेने के लिए क्रेन को खराब कर देता है।
- जिसका पता राजेश शर्मा को चलता है जो बंगाल के एक नेता होते है। और फिर वे उसको बांध के पीटने लगते है। जिसके बाद वह जल्दी से अपने क्रेन को सही करवाता है। और साइट पर भेजवाता है। और क्रेन की मद्दद से सभी मजदूरो को सही सलामत बाहर भी निकाल लिया जाता है।
इस फिल्म की कहानी मे काफी सस्पेंस और थ्रिल भरा हुआ है जिसमे आपको काफी मज़ा आने वाला है।
- रिलीज़:- इस फिल्म को 6 अक्तूबर 2023 को सिनेमा घरो मे रिलीज़ कर दिया गया है।